हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के इमामे जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सय्यद अबुल क़ासिम रिज़वी ने हरम-ए-हज़रत मासूमा स.अ. में एक मजलिस से खिताब किया जिसमें बड़ी संख्या में उलेमा, मोमिनीन और जायरीन मौजूद थे।
अपने संबोधन में हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सय्यद अबुल क़ासिम रिज़वी ने हज़रत ज़ैनब स.अ. को अपना विषय बनाते हुए कहा,जनाब ज़ैनब स.अ.ने यज़ीद को उसी के दरबार में ऐसी करारी शिकस्त दी कि क़यामत तक यज़ीदियत सर नहीं उठा सकती।
उन्होंने आगे कहा कि शाम की मौजूदा स्थिति हम सबके लिए एक इम्तेहान है लेकिन फतह हुसैनियों का मुक़द्दर है और यज़ीदियत हमेशा के लिए शिकस्त खाती रहेगी।
उन्होंने हज़रत ज़ैनब स.अ.के सब्र और इस्तेक़ामत को एक अजेय क़िला बताते हुए कहा,यह मजलिसे अज़ा जनाब ज़ैनब स.अ. की ओर से अज़ादारों को वह तोहफ़ा है जिसके सामने दुनिया की कोई ताक़त और कोई मीडिया खड़ा नहीं हो सकता जनाब ज़ैनब स.अ. वह आबिदा-ए-आल-ए-अली (अ.) हैं, जिनसे इमाम हुसैन (अ.) ने आख़िरी वक्त में फरमाया,'ऐ बहन ज़ैनब! अपनी नमाज़-ए-शब में मुझे फरामोश न करना।
अपने खिताब के दौरान हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन रिज़वी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि ज़ैनबी सीरत और किरदार को आम करके ही इमामे ज़माना अ.स. के ज़हूर की राह हमवार की जा सकती है।
मजलिस के अंत में मोमिनीन और जायरीन ने शोहदाए कर्बला और जनाब ज़ैनब स.अ. की कुर्बानियों को ख़िराजे अकीदत पेश किया।
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