हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , नजफ अशरफ़ के इमामे जुमआ हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सदरुद्दीन क़बांची ने महिलाओं की शैक्षिक और बौद्धिक भूमिका के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा है कि वे न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज में ज्ञान और बुद्धिमत्ता के प्रसार में एक बुनियादी स्थान रखती हैं।
उन्होंने यह बात राहे हिदायत नामक ऑनलाइन समूह से जुड़ी महिलाओं और लड़कियों की संगठनों की ज़िम्मेदारों के साथ एक बैठक में कही।
यह बैठक जवानान व वरज़िश कार्यालय के महिला अनुभाग द्वारा आयोजित की गई थी जिसमें शाबान और रमज़ान के कार्यक्रमों के साथ साथ इमाम मेंहदी अ.स. के जन्मोत्सव की तैयारियों और सांस्कृतिक प्रदर्शनी के उद्घाटन पर विचार विमर्श किया गया।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन क़बांची ने लड़कियों की भागीदारी और उनकी सांस्कृतिक व धार्मिक मार्गदर्शन के लिए शैक्षिक पाठ्यक्रमों के आयोजन पर ज़ोर देते हुए कहा कि महिलाओं की क्षमताओं को निखारना और उन्हें समाज में प्रभावी भूमिका निभाने के योग्य बनाना आवश्यक है।
उन्होंने सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग शैक्षिक विचारों के प्रसार और धार्मिक प्रतियोगिताओं के आयोजन के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
अंत में नजफ के इमामे जुमआ ने बैठक में शामिल महिलाओं का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सामाजिक सेवाओं के लिए आपसी सहयोग और प्रयास जारी रखने की नसीहत की।
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