मंगलवार 4 फ़रवरी 2025 - 06:45
​​​​​​​अशार । लेके पैग़ामे मुसर्रत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

हौज़ा / इमाम ज़ैनुल आबेदीनी (अ) की विलादत बा सआदत के शुभ अवसर पर इमाम की शान मे हौज़ा न्यूज़ एजेंसी अपने पाठको के लिए मौलाना अस्करी इमाम ख़ान जौनपूरी के अशार प्रस्तुत कर रही है।

शायरः मौलाना असकरी इमाम ख़ान जौनपूरी

मिल गई ईमा की दौलत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

भर गया दामने हाजत, आ गए ज़ैनुल ऐबा 

तहनीयत अहले मवद्दत, आ गए ज़ैनुल ऐसा

हो अदा अज्रे रिसालत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

हू का आलाम, नज़अ का हंगाम, ग़म का दौर था 

लेके पैग़ामे मुसर्रत आ गए ज़ैनुल ऐबा

काबा ए दिल नूरे ईमानी से होगा ज़ौफ़िगन 

अहले ईमा को बशारत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

तहनीयत को अर्श वाले सब ज़मीन पर आ गए

हो गई जन्नत मे ख़लवत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

चश्मा ए फ़ैज़ ए इलाही है, ग़नीमत जानिए

हामिले बारे इमामत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

कही रही है अहले इमा से ये ख़ुद उनकी जबी

बढ़ गया लुत्फ़े इबादत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

अब मिलेगी सज्दा ए ख़ालिक़ को मेराजे कमाल

बन के तौक़ीरे इबादत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

आज तक देखा था ज़ोरे बाज़ूए हैदर मगर

सब्र की देखेंगे ताक़त, आ गए ज़ैनुल ऐबा

ऐ यज़ीदे नहस हिम्मत है तो फ़िर दरबार मे 

क्यो नही लेता है बैअत आ गए ज़ैनुल ऐबा

शौके़े दीदारे मदीना था तो पहले से मगर

बढ़ गया शौक़े ़ज़ियारत आ गए ज़ैनुल ऐबा

है यक़ी सब की मुरादें आज होंगी मुस्तजाब

खुल गया बाबे इजाबत, आ गए ज़ैनुल ऐबा

अस्करी मिल कर मनाओ जश्ने मीलादे इमाम

इस से बढ़ कर क्या सआदात, आ गए ज़ैनुल ऐबा

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