हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,फ़िलस्तीनी क़ैदियों से संबंधित कार्यालय ने घोषणा की है कि मोहिउद्दीन नज्म, जो इसराइल की जेल में बंद फ़िलस्तीनी क़ैदियों में से एक थे शारीरिक यातना की वजह से शहीद हो गए।
फ़िलस्तीनी "शहाब" न्यूज़ एजेंसी के हवाले से बताया कि इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा गया है कि ज़ायोनी क़ब्ज़ा करने वाली जेल प्रशासन फ़िलस्तीनी क़ैदियों के क़त्ल का सिलसिला अब भी जारी रखे हुए है।
इस बयान में बताया गया कि शहीद नज्म को इलाज से रोका गया था, जबकि उनकी शारीरिक हालत बेहद नाज़ुक हो चुकी थी।जब अलनक़ब जेल में उनकी हालत गंभीर होती जा रही थी, उस वक्त भी ज़ायोनी शासन ने उन्हें मेडिकल सेवा नहीं दी।
फ़िलस्तीनी क़ैदी केंद्र ने कहा कि मोहिउद्दीन नज्म की शहादत एक "मिश्रित अपराध" (संयुक्त जुल्म) है, जो बीमार क़ैदियों के साथ ज़ुल्म की उस लंबी लिस्ट में एक और नाम बनकर जुड़ गया है।
फ़िलस्तीनी क़ैदियों के अधिकारों का गंभीर हनन, खासकर मुक़ावमत तहरीकों के नेताओं के खिलाफ, 7 अक्टूबर 2023 की घटनाओं के बाद बढ़ गया है।
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