हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हज़रत फ़ातिमा मासूमा (स) की दरगाह मे फ़िदायाने विलायत और मुदाफ़ेआन वतन का अज़ीम उश शान इत्तेमाअ का आयोजन हुआ जिस मे हज़ारो फ़रज़ंदाने तौहीद ने भाग लिया और विलायत और वतन से तजदीद अहद किया।
आयतुल्लाह सईदी ने इस अज़ीम उश शान इज्तेमाअ को वली अमरे मुस्लीन से तजदीदे बैअत करार दिया और कहा कि अमेरिकी शख्सीयत से आरी, घृणित और अहंकारी राष्ट्रपति का इस्लामी दुनिया के अज़ीम उश शान मरज ए तक़लीद आयतुल्लाहिल उज़्मा इमाम सय्यद अली हुसैनी ख़ामेनेई दामा जिल्लोह आली के खिलाफ़ शैतानी और शरारत पर आधारित बयान ने मुस्लिम उम्मत को क्रोध मे वृद्धि हुई है।
उन्होने कहा कि अहंकार और ज़ायोनी की हर्जा सराई उनकी कमज़ोर और विफ़लता की निशानी है, जबकि यह हर्जा सराई इस्लामी गणराज्य ईरान के मुजाहेदीन की सश्स्त्र फ़ौज की स्पष्ट सफ़लता की दलील है।
आयतुल्लाह सईदी ने आगे कहा कि इस मन गढ़त बयान ने एक बार फिर अमेरिकी अहंकार की अज्ञानता और शरारत को स्पष्ट कर दिया।
हज़रत फ़ातिमा (स) की दरगाह के मुतावल्ली ने कहा कि रहबरान इलाही न अतीत मे किसी धमकी से भयभीत हुए और न आज भयभीत है और न ही भविष्य मे होंगे, क्योकि इन का खुदाई वादो पर मुकम्मल ईमान है।
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