हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "मुस्तद्रक अल-वसाइल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الصادق علیه السلام:
طَلَبتُ فَراغَ القَلبِ فَوَجَدتُهُ في قِلَّةِ المالِ
इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:
मैंने मन की शांति की तलाश की और उसे धन-संपत्ति की कमी में पाया।
मुस्तद्रक अल-वसाइल, भाग 12, पेज 174, हदीस 13810
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