हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मुस्तद्रक अलवसाएल" पुस्तक से लिया गया हैं इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم
كُلُّ حسناتِ بنی آدَمَ تُحصِهَا الملإئِكةُ اِلاّ حسناتِ المُجاهدینَ فاِنَّهُم یَعجِزونَ عن عِلمِ ثوابھا
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने फरमाया:
फरिश्ते,लोगों की तमाम नेकियों की तादाद को सुमार करते हैं मगर वह मुजाहिदीन के सवाब को शुमार करने से अजीज़ हैं।
मुस्तद्रक अलवसाएल,भाग 11,पेज 13