गुरुवार 24 जुलाई 2025 - 16:59
ग़ज़्जा की स्थिति पर चुप्पी/ज़ुल्म और अन्याय का साथ देना है।मामोस्ता शरीफ सआदी

हौज़ा / ईरान के कुर्दिस्तान शहर मरिवान के इमाम ए जुमआ मामोस्ता शरीफ सआदी ने एक साक्षात्कार में ग़ाज़ा में जारी इज़राइली जुल्म की कड़ी निंदा की और उन्होंने कहा,ग़ज़्जा की स्थिति पर चुप्पी ज़ुल्म और अन्याय का साथ देना है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान के कुर्दिस्तान शहर मरिवान के इमाम ए जुमआ मामोस्ता शरीफ सआदी ने एक साक्षात्कार में ग़ाज़ा में जारी इज़राइली जुल्म की कड़ी निंदा की और उन्होंने कहा,ग़ज़्जा की स्थिति पर चुप्पी ज़ुल्म और अन्याय का साथ देना है।

ग़ाज़ा में हो रही तबाही केवल मुसलमानों की नहीं, बल्कि पूरी इंसानियत की ऐतिहासिक ज़िम्मेदारी है।जो लोग इस पर चुप हैं वह दरअसल ज़ालिमों का साथ दे रहे हैं।

इज़राइली सेना ने महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्गों को निशाना बना कर घर तबाह किए हैं और अस्पताल, पनाहगाह, और राहत वितरण केंद्रों को बमबारी का निशाना बनाया है।उन्होंने इस घटना को आधुनिक इतिहास की सबसे बड़ी मानव त्रासदी बताया।

मामोस्ता सआदी ने इस्लामी उम्मत, दुनिया के स्वतंत्र लोगों इस्लामी सरकारों और मानवाधिकार संगठनों से अपील की कि वे अब चुप्पी तोड़ें, एकजुट होकर इज़राइल की हिंसा को रोकें और इस सरेआम नरसंहार को खत्म करें।उन्होंने कहा,हर पल की देरी बेकसूर जानों की कुर्बानी है।

अंत में उन्होंने दो टूक कहा,हम आख़िरी सांस तक ग़ाज़ा के बहादुर लोगों के साथ खड़े हैं, और इंशा’अल्लाह ज़ालिमों को छोड़ा नहीं जाएगा।

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