हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पिजेश्कियान ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो से टेलीफोन पर बातचीत करते हुए कहा कि ईरान ने इस्राइल के साथ युद्ध में सफलता के बाद दुनिया की स्वतंत्र और स्वतंत्रता-प्रेमी राष्ट्रों को नया साहस दिया है।
वार्ता में राष्ट्रपति पिजेश्कियान ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए मादुरो द्वारा प्रस्तावित शांति शिखर सम्मेलन के प्रस्ताव और मध्य पूर्व से संबंधित व्यापक योजना का पूर्ण समर्थन किया।
ईरानी राष्ट्रपति ने वेनेजुएला सरकार द्वारा ईरान की राष्ट्रीय संप्रभुता पर इस्राइली आक्रमण की खुली निंदा और ईरानी राष्ट्र के साथ एकजुटता व्यक्त करने को साहसिक रुख बताते हुए सराहना की और सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने पर जोर दिया।
वार्ता के दौरान डॉ. पिजेश्कियान ने कहा कि ईरान कूटनीति और शांति में दृढ़ विश्वास रखता है, लेकिन अमेरिका ने अपनी गैर-जिम्मेदाराना और कूटनीतिक सिद्धांतों के विपरीत नीतियों के माध्यम से जायोनी आक्रमण का समर्थन किया है।
ईरानी राष्ट्रपति ने वेनेजुएला के साथ संबंधों को और मजबूत और रणनीतिक बनाने के संकल्प को दोहराया, और कहा कि दोनों देशों के अधिकारी इस संबंध को हर क्षेत्र में विस्तारित करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।
दूसरी ओर, राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ईरानी शहीदों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वेनेजुएला की सरकार और जनता इस्लामी गणतंत्र ईरान के साथ पूर्ण एकजुटता दर्शाती है।
उन्होंने इस्राइली हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि ईरान की गरिमामय, सजग और प्रतिरोधी राष्ट्र ने इन आक्रमणों के खिलाफ जिस दृढ़ता का प्रदर्शन किया है, वह इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय बन गया है।
उन्होंने कहा कि ईरानी जनता की साहसपूर्ण प्रतिरोध ने दुनिया के सभी स्वतंत्र और न्यायप्रिय राष्ट्रों को साहस दिया है जो विकास शांति और साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष के मार्ग पर अग्रसर हैं।
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