हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम रियाज़त ने कहा कि अर्बईन-ए-हुसैनी एक धार्मिक कैलेंडर में केवल एक ऐतिहासिक दिन से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा यह अवसर पूरी मानवता को इमाम हुसैन अ.स. के वैश्विक संदेश के साथ जोड़ने की क्षमता रखता है।हज़रत इमाम हुसैन अ.स. के वैश्विक आंदोलन के संदेश को फिर से पढ़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि दुश्मनों के अत्याचार के आगे झुकने से इनकार और जुल्म की बातों को न स्वीकारना, कर्बला के विद्रोह का मुख्य उद्देश्य था, जिसे कला, कविता और आधुनिक भाषा के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 12 दिनों के पवित्र रक्षा युद्ध में ईरानी राष्ट्र की ऐतिहासिक जीत ने दुनिया का ध्यान इस्लामी गणतंत्र की ओर और अधिक खींचा है। उन्होंने कहा,इस आधार पर हम दृढ़ता से कह सकते हैं कि इस साल का अर्बईन का पैदल मार्च हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील समारोह है।
मुसलमानों के एकता को मजबूत करना फूट डालने से बचना, बातिल मोर्चे के खिलाफ संघर्ष में इस्लामी गणतंत्र की उपलब्धियों को स्पष्ट करना, मजलूम फिलिस्तीनी राष्ट्र का समर्थन और गाजा के लोगों के नरसंहार का विरोध करना, अर्बईन-ए-हुसैनी में प्रचार के सबसे महत्वपूर्ण बिंदु हैं।
अंत में,धार्मिक विशेषज्ञ ने दुश्मनों की सेंसरशिप के बावजूद दुनिया भर में अर्बईन समारोह के मीडिया कवरेज पर जोर देते हुए कहा,सत्य मोर्चे और इस्लामी गणतंत्र का संदेश अपनी सच्चाई के कारण निश्चित रूप से दुनिया तक पहुँचेगा। महत्वपूर्ण यह है कि हम अपनी बात को सटीक, सही और एक सुंदर, शिक्षाप्रद संदेश के रूप में पहुँचाएँ।
आपकी टिप्पणी