हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , कृषि जिहाद मंत्रालय में वली ए फकीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रब्बानी ने ईरान के पवित्र शहर क़ुम में आयोजित अर्बईन ए हुसैनी के मवाकिब के सांस्कृतिक प्रचारकों के प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कहा, अर्बईन ए हुसैनी का पैदल जमावड़ा दुनिया के सबसे बड़े मानवीय समागमों में से एक है जो मुसलमानों की एकजुटता और एकता का प्रतीक है अर्बईन वफादारी, बलिदान और अत्याचार के खिलाफ प्रतिरोध की एक ज्वलंत मिसाल है।
उन्होंने कहा,अर्बईन की यह महान यात्रा एक अद्भुत अवसर है जिससे आशूरा की संस्कृति को फैलाया जा सके और इमाम हुसैन अ.स.के दिव्य संदेशों को विभिन्न पीढ़ियों तक पहुँचाया जा सके। अर्बईन-ए-हुसैनी, आशूरा के इतिहास और आध्यात्मिक-मानवीय मूल्यों से जुड़ने का सबसे अच्छा मौका है ये दिन मुसलमानों के बीच प्रेम, एकता और सहानुभूति की भावना को मजबूत करने का सर्वोत्तम समय हो सकते हैं।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रब्बानी ने आगे कहा,अर्बईन की यात्रा में धार्मिक और सांस्कृतिक प्रचारकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यही लोग आशूरा के ज्ञान को व्याख्यायित करते हैं और बलिदान व त्याग की संस्कृति को जीवित रखते हैं।
अपने संबोधन के एक अन्य भाग में उन्होंने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की शक्ति की ओर इशारा करते हुए कहा,ईरान ने 12-दिवसीय युद्ध में साबित किया कि उसकी शक्ति और महानता क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर अद्वितीय है, जो दुश्मनों के लिए असहायता और हार का संदेश है। अर्बईन-ए-हुसैनी का यह महान समागम इस्लामी देशों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को मजबूत करने में भी प्रभावी भूमिका निभा सकता है।
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