हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत "मिक्यालुल-मकारिम" किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام المھدی عجل:
إِنِّي لَأَدْعُو لِكُلِّ مُؤْمِنٍ يَذْكُرُ مُصِيبَةَ جَدِّيَ الشَّهِيدِ، ثُمَّ يَدْعُو لِي بِتَعْجِيلِ الْفَرَجِ وَ التَّأْيِيد
हज़रत इमाम महदी(अ) ने फ़रमाया:
मैं हर मोमिन के लिए दुआ करता हूँ जो मेरे शहीद जद को याद करता है और फिर मेरी मदद और मेरे जल्द ज़ुहूर होने की दुआ करता है।
मिक्यालुल मकारिम, भाग 1, पेज 333
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