हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत "मुस्तदरक अल-वसाइल" नामक पुस्तक से वर्णित है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
پیغمبر اکرم صلی الله علیه وآلہ وسلم نے فرمایا:
مَنْ يَضْمُنْ لى بِرَّ الْوالِدَيْنِ وَصِلَةَ الرَّحِمِ، اَضْمُنْ لَهُ كَثْرَةَ الْمالِ وَزيادَةَ الْعُمْرِ وَالْمَحَبَّةَ فِى الْعَشيرَةِ؛
अल्लाह के रसूल (स) ने फ़रमाया:
जो कोई मुझे अपने माता-पिता के साथ अच्छे व्यवहार और अच्छे संबंधों की गारंटी देता है, मैं उसे धन में वृद्धि, उसके जीवन में आशीर्वाद और उसके रिश्तेदारों के बीच सम्मान और प्रेम की गारंटी देता हूँ।
मुस्तदरक अल-वसाइल, भाग 15, पेज 176, अध्याय 12
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