बुधवार 10 सितंबर 2025 - 07:58
बुरे चरित्र वाले व्यक्ति की तौबा स्वीकार नहीं की जाती

हौज़ा/ पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में तौबा स्वीकार करने में अच्छे चरित्र के महत्व को समझाया और कहा कि बुरा चरित्र तौबा स्वीकार करने में बाधा है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार अल-अनवर" पुस्तक से उद्धृत की गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله:

أَبَى اللّهُ لِصاحِبِ الْخُلْقِ السَّیِّءِ بِالتَّوبَةِ. فَقِيلَ: یا رَسولَ اللّهِ، وَ کَیْفَ ذلِکَ؟ قالَ: لِأَنَّهُ إِذا تابَ مِنْ ذَنبٍ وَقَعَ فِي أَعْظَمَ مِنَ الذَّنبِ الَّذِي تابَ مِنْهُ.

पैग़म्बर (स) ने फ़रमाया:

अल्लाह, तआला एक अनैतिक व्यक्ति की तौबा स्वीकार नहीं करता। पूछा गया, ऐसा क्यों है?  कहा: क्योंकि जब वह किसी पाप से तौबा करता है, तो उससे भी बड़ा पाप करता है।

बिहार उल अनवार, भाग 73, पेज 299

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