हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله:
مَنْ أَحَبَّ أَهْلَ اَلْيَمَنِ فَقَدْ أَحَبَّنِي وَ مَنْ أَبْغَضَ أَهْلَ اَلْيَمَنِ فَقَدْ أَبْغَضَنِی
पैगम्बर (स) ने कहा:
जो कोई यमन के लोगों से प्रेम करता है, वह मुझसे प्रेम करता है और जो कोई उनसे घृणा करता है और उनसे शत्रुता रखता है, वह मुझसे शत्रुता रखता है।
बिहार उल अनवार, भाग 34, पेज 333
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