हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "सफीनतुल बिहार" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله
اوصيكُمْ بِالشُّبّانِ خَيْرا فَاِنَّهُمْ اَرَقُّ اَفـْئِدَةً اِنَّ اللّه َ بَعَثَنى بَشيرا وَ نَذيرافَحالَـفَنِى الشُّبّانُ وَ خالَفَنِى الشُّيوخُ
हज़रत रसूल अल्लाह (स) ने फ़रमाया:
तुम्हें नौजवानों से नेक़ बर्ताव करने की नसीहत करता हूं क्योंकि उनके दिल दोस्ती करने वाले होते हैं बेशक अल्लाह तआला ने मुझे बशारत देने वाला और खबरदार करने वाला बनाकर भेजा हैं, बस जवान मेरे सहयोगी बन गए और बूढ़े मेरी मुखालेफ़त में उठ खड़े हुए।
सफ़ीनातुल बिहार,भाग 2, पेज 176