हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, आजकल, प्रशिक्षित कुत्तों का इस्तेमाल बचाव और राहत कार्यों में बहुत जरूरी और आम है। ये जानवर अपनी सूंघने की क्षमता और काया के कारण मलबे के नीचे फंसे घायल लोगों को खोजने में अनोखा योगदान देते हैं। लेकिन इस्लामी समाज में, खासकर ईरान में, यह फिक्र होती है कि कुत्तों को फिर से शुद्ध न माना जाता है तो जो बचाव कर्मचारी सीधे उनके संपर्क में आते हैं, उनका क्या हुक्म होगा? हज़रत आयतुल्लाह खामनेई ने इस सवाल का जवाब दिया है, जो रुचि रखने वालों को प्रस्तुत किया जाता है।
सवाल: क्या राहत और बचाव कुत्ते नजिस हैं, और जो व्यक्ति नियमित रूप से इन्हें प्रशिक्षण देता है और हादसे के स्थल पर इन कुत्तों को खाना खिलाता है, उसके कपड़ों का क्या हुक्म है? और हादसे के स्थल के बाहर क्या स्थिति है?
जवाब: कुत्ता नजिस होता है, और यदि राहत कार्यकर्ता के कपड़े या किसी तरल पदार्थ का कुत्ते के साथ संपर्क होता है तो वे नजिस हो जाते हैं।
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