बुधवार 15 अक्तूबर 2025 - 18:07
उलेमा का सम्मान करना हर व्यक्ति और पूरी क़ौम पर ज़रूरी है

हौज़ा / मज्मअ उलेमा व वाएज़ीन पूर्वांचल हिंदुस्तान ने मौलाना कल्बे जवाद नक़वी पर हुए हमले की सख्त निंदा की है और कहा है कि धार्मिक विद्वानों का सम्मान करना हर व्यक्ति और पूरी क़ौम पर ज़रूरी है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, मज्मअ उलेमा व वाएज़ीन पूर्वांचल हिंदुस्तान ने मौलाना कल्बे जवाद नक़वी पर हुए हमले की सख्त निंदा की है और कहा है कि धार्मिक विद्वानों का सम्मान करना हर व्यक्ति और पूरी क़ौम पर ज़रूरी है।

संगठन के प्रवक्ता मौलाना इब्न हसन अमलवी वाएज़ ने मीडिया के ज़रिए दिए अपने बयान में कहा कि सोशल मीडिया से यह जानकर बहुत दुख हुआ कि मजलिस ए उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना सय्यद क़ल्बे जवाद नक़वी, जो लखनऊ की शाही आसिफी मस्जिद के इमाम-ए-जुमा हैं, उन पर कुछ शरारती लोगों ने जानलेवा हमला किया है।

उन्होंने कहा कि उलेमा का दर्जा इस्लाम में बहुत ऊँचा और पवित्र है। कहा जाता है कि लोगों में उलेमा की मिसाल आसमान के तारों जैसी है जिनसे रास्ता पहचाना जाता है, यानी उलेमा लोगों के मार्गदर्शक होते हैं। इसलिए उनका सम्मान करना हर व्यक्ति पर ज़रूरी है।

उन्होंने यह भी कहा कि विचारों में उलेमा मे मतभेद और आम लोगों दोनों के बीच पाया जाता है, इसमें कोई बुराई नहीं है, लेकिन हद से बढ़ जाना, झगड़ा और फसाद की शक्ल लेना बिल्कुल जायज़ नहीं है। कुरआन में अल्लाह का फ़रमान है: "अल्लाह और उसके रसूल की आज्ञा का पालन करो और आपस में झगड़ा मत करो, नहीं तो तुम कमजोर पड़ जाओगे और तुम्हारा बल खत्म हो जाएगा" (सूर ए अनफ़ाल, आयत 46)।

इसलिए हम मज्मअ उलेमा व वाएज़ीन पूर्वांचल हिंदुस्तान की ओर से मजलिस ए उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना क़ल्बे जवाद नक़वी पर हुए हालिया हमले की सख्त निंदा करते हैं और सभी खुत्बा व उलेमा, वाएज़ीन और ज़ाकिर से विनम्र निवेदन करते हैं कि आपसी मतभेदों को झगड़े की शक्ल न दें, बल्कि एकता और भाईचारे का उदाहरण पेश करें।

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