۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
मौलाना कलबे जवाद नकवी

हौज़ा/मौलाना कलबे जवाद नक़वी ने उत्तर प्रदेश के सभी मातमी अंजुमनो मज़हबी तंज़ीमो, शिया सुन्नी वा हिंदू ताज़िया दारो से अपील की है जब तक पुलिस प्रशासन के जरिए दिए गए विवादित बयान और अपमानजनक सर्कुलर के लिए माफी नहीं मांगी जाती है और वापस नहीं लिया जाता है, पुलिस प्रशासन द्वारा बुलाई गई किसी भी बैठक में शामिल न हों। हम उत्तर प्रदेश सरकार से इस संबंध में डीजीपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हैं।पुलिस का यह सर्कुलर शिया और सुन्नी और हिंदू मुसलमानों के बीच नफरत पैदा करने वाला है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,लखनऊ / मुहर्रम के मद्देनज़र पुलिस प्रशासन द्वारा जारी विवादित सर्कुलर पर कड़ी आपत्ति जताई गई हैं।
मजलिस ए उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना सैय्यद कलबे जवाद नक़वी ने आज यहां अपने आवास जौहरी मोहल्ला में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
मौलाना ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुहर्रम हमारा पवित्र महीना है जिसमें बेहद शांतिपूर्ण और पवित्र कार्यक्रम होते हैं।पुलिस प्रशासन ने जारी सर्कुलर के जरिए मुहर्रम और शियाओं की छवि खराब करने की कोशिश की है और बेहद अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है।
ऐसा लगता है जैसे उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने मुहर्रम की भावना को समझे बिना यह सर्कुलर जारी किया हो।
पुलिस प्रशासन ने एक सर्कुलर में लिखा है कि मुहर्रम के जुलूसों में तर्बरा पढ़ा जाता है। जिसका अन्य संप्रदायों के लोगों द्वारा विरोध किया जाता है और जुलूस में शरारती तत्व भाग लेते हैं।
अन्य संप्रदायों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए दीवारों पर तर्बरा लिखने वाले लोग पूरी तरह से गलत हैं और मोर्हरम को बदनाम करने की साजिश है।
मुहर्रम एक पवित्र महीना है। यह कोई त्योहार नहीं है जिसमें लोग भांग पीते हैं या शराब पीते हैं मुहर्रम दुख का महीना है जिसमें इमाम हुसैन अ.स. और उनके साथियों की शहादत की याद मनाई जाती है इसमें किसी किस्म का कोई हंगामा और बदतमीजी नहीं होती,मुहर्रम में शिया और सुन्नी दोनों शांति से इमाम हुसैन का शोक मनाते हैं, लेकिन मुहर्रम में हिंदू भी शामिल होते हैं, जिसके बारे में डीजीपी को पता होना चाहिए।
मौलाना ने कहा कि यह डीजीपी उत्तर प्रदेश का बेहद अपमानजनक बयान है जिसे पढ़कर ऐसा लगता है जैसे यह बयान अबू बकर बगदादी और ओसामा बिन लादेन ने दिया हो। इस बयान से पूरे उत्तर प्रदेश में शिया-सुन्नी तनाव पैदा हो गया है।यदि कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के डीजीपी पर होगी।
श्रीमान डीजीपी, आप किस वर्ष की बात कर रहे हैं कि दीवारों और जानवरों पर तर्बरा लिखा हुआ है? क्या आप आजादी से पहले की बात कर रहे हैं।
जब अंग्रेजों ने शियाओं और सुन्नियों को बांटने के लिए ऐसा किया था? मुहर्रम की तारीख जानते हैं या नहीं? या हवा में सर्कुलर जारी किया।
डीजीपी उत्तर प्रदेश को सबूत पेश करना चाहिए कि जुलूसों में तर्बरा कहाँ किया जाता है। जुलूसों में शोक होता है और इमाम हुसैन का शोक मनाया जाता है।
अगर किसी ने तर्बारा कहीं से पढ़ा है, तो डीजीपी याद रखें, वह पुलिस और सरकार के एजेंट हैं, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बसपा के दिनों में रहा होगा,पुलिस और सरकारी एजेंट शियाओं और सुन्नियों के बीच विवाद पैदा करने के लिए और मस्जिदों से विवादित भाषण देते थे।
क्या आप चाहते हैं कि मौजूदा सरकार में भी ऐसा ही हो, जिससे एक बार फिर शिया और सुन्नियों के बीच दरार पैदा हो जाए?
मौलाना ने भी पुलिस के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई और निंदा की जिसमें कहा गया था कि मुहर्रम के कार्यक्रमों में यौन घटनाएं होती हैं।
मौलाना ने कहा, ''डीजीपी, आपने यह बयान किस हालत में दिया? होश में थे या नहीं?'' पूरे भारत से एक ऐसी घटना दिखाओ।
पूरे भारत से ऐसी घटना दिखाओ जहां मुहर्रम में यौन शोषण या ऐसी कोई घटना हुई हो? क्या आप मुहर्रम को बदनाम करना चाहते हैं?
क्या आप झगड़ा करना चाहते हैं? क्या आपने यह बयान देने के बारे में सोचा है? उन्होंने कहा कि मुहर्रम में गायों का वध किया जाता है?
इसका मतलब है कि आप न केवल शिया-सुन्नी दंगे चाहते हैं बल्कि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत भी चाहते हैं ताकि उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले दंगे भड़क उठे।
मौलाना कलबे जवाद नक़वी ने उत्तर प्रदेश के सभी मातमी अंजुमनो मज़हबी तंज़ीमो, शिया सुन्नी वा हिंदू ताज़िया दारो से अपील की है जब तक पुलिस प्रशासन के जरिए दिए गए विवादित बयान और अपमानजनक सर्कुलर के लिए माफी नहीं मांगी जाती है और वापस नहीं लिया जाता है, पुलिस प्रशासन द्वारा बुलाई गई किसी भी बैठक में शामिल न हों।
हम उत्तर प्रदेश सरकार से इस संबंध में उत्तर प्रदेश के डीजीपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हैं।पुलिस का यह सर्कुलर शिया और सुन्नी और हिंदू मुसलमानों के बीच नफरत पैदा करने वाला है।

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