गुरुवार 16 अक्तूबर 2025 - 05:27
मौलाना कल्बे जवाद नक़वी पर हमला पूरी मिल्लत ए जाफ़रिया की आवाज़ को दबाने की नाकाम कोशिश हैः मशवरती  काउंसिल तुल्लाब ए हिंदुस्तान

हौज़ा / क़ुम मुक़द्दस में रहने वाले हिन्दुस्तानी छात्रों की मशवरती काउंसिल ने आफ़ताब-ए-शरीअत हज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैयद क़ल्बे जवाद नक़वी पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इस हमले को मिल्लत-ए-जाफ़रिया के खिलाफ एक गंदी साज़िश और हक़ व इंसाफ़ की आवाज़ को दबाने की नाकाम कोशिश बताया है। काउंसिल ने भारत सरकार से माँग की है कि इस घटना की पारदर्शी जाँच कराई जाए और इसमें शामिल सभी लोगों को जल्द से जल्द सज़ा दी जाए।।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार,  क़ुम मुक़द्दस में रहने वाले हिन्दुस्तानी छात्रों की मशवरती काउंसिल ने आफ़ताब-ए-शरीअत हज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैयद क़ल्बे जवाद नक़वी पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इस हमले को मिल्लत-ए-जाफ़रिया के खिलाफ एक गंदी साज़िश और हक़ व इंसाफ़ की आवाज़ को दबाने की नाकाम कोशिश बताया है। काउंसिल ने भारत सरकार से माँग की है कि इस घटना की पारदर्शी जाँच कराई जाए और इसमें शामिल सभी लोगों को जल्द से जल्द सज़ा दी जाए।

बयान में कहा गया कि “मौलाना क़ल्बे जवाद पर हमला सिर्फ़ एक नामवर आलिमे दीन पर हमला नहीं है, बल्कि यह पूरी मिल्लत-ए-जाफ़रिया और हक़ व इंसाफ़ की आवाज़ को दबाने की नापाक कोशिश है।”

मशवरती काउंसिल-ए-तुलाबे हिन्द ने कहा कि मौलाना क़ल्बे जवाद नक़वी की सेवाएँ इत्तेहाद-ए-मिल्लत, सामाजिक न्याय और वक्फ़ अमलाक की हिफ़ाज़त के क्षेत्र में बहुत अहम हैं। उन पर हमला दरअसल हक़ और इंसाफ़ की आवाज़ को खामोश करने की साज़िश है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

बयान में भारत सरकार और संबंधित संस्थाओं से ज़ोरदार माँग की गई कि इस घटना की निष्पक्ष और पारदर्शी जाँच की जाए और इसके दोषियों को कानून के अनुसार सख़्त सज़ा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसी घिनौनी हरकत की हिम्मत न कर सके।

मशवरती काउंसिल ने सभी लोगों से अपील की है कि वे सब्र और बर्दाश्त से काम लें, कानूनी और शांतिपूर्ण तरीक़े से अपना विरोध दर्ज करें और हर हाल में एकता बनाए रखें।

अंत में हिन्दुस्तान के छात्रों की मशवरती काउंसिल ने मौलाना सय्यद क़ल्बे जवाद नक़वी के प्रति अपनी पूरी समर्थन की घोषणा की और कहा: “हम वक्फ़ अमलाक की सुरक्षा की राह में मौलाना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।” उन्होंने दुआ की कि परवरदिगार मौलाना को अपनी हिफ़ाज़त में रखे और हक़ व इंसाफ़ के इस मिशन में उन्हें कामयाबी और मज़बूती अता करे।

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