हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ़्रेंस “मिर्ज़ा नाईनी र.ह.के आयोजक हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अहमद फर्रुख़ फ़ाल ने उद्घाटन सत्र में कहा कि यह कॉन्फ़्रेंस न केवल मिर्ज़ा नाइनी (रह.) की फिक़्ह उसूल और राजनीतिक विचारधारा को उजागर करने का बेहतरीन अवसर है बल्कि यह ईरान और इराक के हौज़ा-ए-इल्मिया के संबंधों को और मज़बूत करने का माध्यम भी है।
उन्होंने कहां,रहबर ए मुअज़्ज़म-ए-इन्क़ेलाब-ए इस्लामी के संदेश की अहमियत पर ज़ोर देते हुए कहा कि उन्होंने मरहूम नाइनी रह. की शख्सियत के संदर्भ में इस कॉन्फ़्रेंस के आयोजन की महत्ता को स्पष्ट किया है उन्होंने बताया कि कॉन्फ़्रेंस का समापन सत्र जो इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम में आयोजित होगा अत्यंत गरिमामय रूप में संपन्न किया जाएगा।
हुज्जतुल इस्लाम फर्रुख़ फ़ाल ने यह भी कहा कि क़ुम और नजफ़ के हौज़ा ए इल्मिया के बीच की आत्मीय सहभागिता और संयुक्त वैज्ञानिक प्रयास, उम्मत-ए-इस्लामिया के लिए वैचारिक स्थिरता प्रदान करते हैं।
उन्होंने मरहूम मिर्ज़ा नाईनी र.ह. के कार्यों पर आधारित 41 खंडों वाले मौसूआ के प्रकाशन और उनके परिवार विशेष रूप से आयतुल्लाह शेख़ जाफ़र नाईनी की कोशिशों की सराहना की। इसके अलावा उन्होंने आयतुल्लाह उसतादी की विद्वत्तापूर्ण मार्गदर्शन आयतुल्लाह अराफ़ी, हौज़ा ए इल्मिया की सुप्रीम काउंसिल के सदस्यों तथा शिक्षकों और विद्वानों के सहयोग को भी सराहनीय बताया हैं।
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