ताजा समाचार
अधिक देखी गई ख़बरें
गैलरी
لیستی صفحه سرویس هندی
-
उलेमा इकराम का सम्मान; युवा पीढ़ी को दीन की खिदमत का जज़्बा पैदा करता हैः आयतुल्लाहिल…
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा नासिर मक़रिम शीराज़ी ने क़ुम में इस्लामी क्रांति के प्रमुख व्यक्तित्व, मरहूम आयतुल्लाह मुहम्मद यज़्दी की याद में आयोजित सम्मेलन के आयोजकों से मुलाकात के दौरान कहा कि उलेमा और इस्लामी व्यवस्था के सेवाकर्मियों की सराहना वास्तव में उनके अधिकारों की पूर्ति और नई पीढ़ी को धर्म की सेवा के रास्ते पर लगाने का साधन है।
-
शहादत, अल्लाह की ओर से सच्चे बंदों के लिए एक विशेष उपहार है।आयतुल्लाहिल उज़्मा मज़ाहरी
हौज़ा / शहीदों की याद में आयोजित सम्मेलन के अवसर पर आयतुल्लाहिल उज़्मा हुसैन मज़ाहरी ने अपने एक संदेश में कहा कि शहादत अल्लाह की ओर से एक महान उपहार है जो केवल ईमानदार और अच्छे बंदों को ही प्राप्त होती है।
-
नई पीढ़ी का प्रशिक्षण अत्यंत महत्व रखता है / धार्मिक छात्रो मे आधुनिक दौर के चुनौतियों…
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया के निदेशक आयतुल्लाह अली रज़ा आराफ़ी ने कहा: आज की दुनिया इस्लाम और इस्लामी इन्कलाब के पैग़ाम की ज़रूरतमंद है और हम जितना भी काम करें वह अभी भी नाकाफी है। यह सिर्फ़ एक सैद्धांतिक या प्रमाणिक आवश्यकता नहीं बल्कि एक वास्तविक मांग और उत्सुकता है, और यही हौज़ा ए इल्मिया क़ुम तथा ख़ास तौर से जामेअतुल मुस्तफ़ा की सबसे महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है।
-
हौज़ा ए इल्मिया अंतर्राष्ट्रीय इल्मी एवं तबलीग़ी गतिविधियों का पूर्ण समर्थक है
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सय्यद जाफ़र मूसवी ज़ादेह ने कहा: हौज़ा ए इल्मिया को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना असली स्थान हासिल करने के लिए हौज़वी संगठनो को सक्रिय करने की जरूरत है क्योंकि वैश्विक स्तर पर यही संगठन प्रभावी भूमिका निभाते हैं।
-
शर्म-अश-शैख़ सम्मेलन इस्लामी देशों के कुछ नेताओं के लिए ट्रंप के सामने अपमान का दृश्य…
हौज़ा / आयतुल्लाह मोहसिन अराकी ने प्रांतीय धार्मिक शिक्षण केंद्रों के प्रचार विभागों के अधिकारियों के बीच कहा कि शर्म-अश-शैख़ सम्मेलन इस्लामी देशों के कुछ नेताओं के लिए ट्रंप के सामने अपमान का दृश्य था। ट्रंप ने मुस्लिम देशों के प्रमुखों का अपमान किया, जबकि वही लोग इज़राईल और अमेरिका की सेवा में लगे रहते हैं। मिस्र के राष्ट्रपति, जिन्होंने वर्षों तक प्रतिरोध को खत्म करने की कोशिश की, ट्रंप के सामने अपमानित हुए।
-
हौज़ा ए इल्मिया और विश्वविद्यालयों का काम अज्ञानता मिटाना है
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह जवादी आमोली ने कहा: जो व्यक्ति लापरवाह हो और बिना सोच-विचार के कोई कदम उठाए, उसे पछतावे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा; लेकिन जो व्यक्ति एहतियात, दूरअंदेशी और समझ-बूझ का मालिक हो, वह सलामती और सफलता हासिल करेगा।
-
मस्जिदों को समाज की हिदायत और नौजवान नस्ल की शिक्षा का केंद्रीय बनाना चाहिए
हौज़ा / आयतुल्लाह तबातबाई नेज़ाद ने कहा, मस्जिदों को समाज के मार्गदर्शन और युवा पीढ़ी की शिक्षा में एक आदर्श होना चाहिए।
-
हम उलेमा को बहुत सावधान और पवित्र रहना चाहिए / कान से दिल तक बात हमारे अमल से पहुंचती…
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने कहा: यह लिबास पैगंबर-ए-इस्लाम (स) का लिबास है। हमें बहुत सावधान और पवित्र रहना चाहिए। हम केवल अपनी बात लोगों के कानों तक पहुँचा सकते हैं, लेकिन बात कान से दिल तक हमारे अच्छे कर्मों से पहुँचती है, हमारी तक़रीरो से नहीं।
-
हौज़ा ए इल्मिया क़ुम विकास और उन्नति के पथ पर अग्रसर है
हौज़ा / आयतुल्लाह सय्यद मुहम्मद तकी मुदर्रेसी ने वैश्विक परिवर्तनों के अनुरूप धार्मिक शिक्षा केंद्रों की शैक्षणिक पद्धतियों में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा,हौज़ा ए इल्मिया क़ुम विकास और उन्नति के पथ पर अग्रसर है।
-
भारतीय धार्मिक विद्वानों का परिचय | अल्लामा सैयद आफ़ताब हुसैन
हौज़ा /पेशकश: दनिश नामा ए इस्लाम, इन्टरनेशनल नूर माइक्रो फ़िल्म सेंटर दिल्ली
-
मौत एक हक़ीक़त है, उस पल के लिए अभी से तैयारी करेंः आयतुल्लाहिल उज़्मा वहीद खुरासानी
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद खुरासानी ने कहा कि एक समय ऐसा आता है जब उम्र की मोहलत खत्म हो जाती है और मलकुल मौत इंसान के सामने आ जाता है। उस समय न तो रिश्तेदार काम आते हैं, न ही संबंध; इंसान अकेला अपने अमल के साथ रह जाता है इसलिए उस पल के लिए अभी से सोचिए।
-
नोबेल शांति पुरस्कार, मक़सद से इंहेराफ़ तक / वैश्विक स्तर पर शहीद नसरूल्लाह एवार्ड…
हौज़ा / आयतुल्लाह काबी ने नोबेल शांति पुरस्कार के मक़सद से इंहेराफ़ की ओर इशारा करते हुए वैश्विक स्तर पर शहीद नसरुल्लाह एवार्ड स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है।
-
तूफान ए अलअक्सा ने उम्मत ए इस्लामी की शान को ज़िंदा कर दिया
हौज़ा / मशहद मुक़द्दस के इमाम ए जुमआ आयतुल्लाह सैयद अहमद आलमुल होदा ने जुमआ की नमाज़ के ख़ुत्बों में ऑपरेशन तूफान ए अल-अक्सा की सालगिरह पर इस्लामी उम्मत को मुबारकबाद दी और इस को एक शान बढ़ाने वाली ताक़त बताया।
-
बच्चों की तालीम और तरबियत के लिए योग्य और शिष्ट शिक्षकों का चयन आवश्यक है
हौज़ा / हरम ए हज़रत मासूमा (स.ल.) के खतीब ने नई पीढ़ी के तालीम और तरबियत के महत्व की ओर इशारा करते हुए कहा, शिक्षकों को मज़हबी और फिक्री और आर्थिक सुकून के साथ नई पीढ़ी की तरबियत करनी चाहिए।
-
इस्लामी देश होशियार रहे,इजरायली हुकूमत युद्धविराम के बहाने दोबारा गज़्ज़ा पर हमला…
हौज़ा / जामिया मुदर्रेसीन हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के प्रमुख आयतुल्लाह सैयद हाशिम हुसैनी बुशहरी ने जुमआ की नमाज़ के खुत्बे में इस्लामी देशों को आगाह करते हुए कहा है कि सियोनिस्ट सरकार पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता, वह युद्धविराम के नाम पर भी गज़्ज़ा और फिलिस्तीन पर हमले जारी रखेगा। हमास के फैसले पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और उम्मत ए इस्लामिया का समर्थन का हक़दार हैं।
-
हम अहले बैत अ.स. जैसे तो नहीं हो सकते मगर उनके मक़तब के शागिर्द बन सकते हैं
हौज़ा / क़ुम अल मुक़द्देसा, हरम ए हज़रत ए मासूमा सल्लल्लाहु अलैहा में स्थित मस्जिद-ए-आज़म में अपने साप्ताहिक दर्स-ए-अख़लाक़ में आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने कहा कि कुरआन और अहले-ए-बैत अलैहिमुस्सलाम की हर रिवायत और सोकुत हक़ है, और अगर हम उन जैसे नहीं बन सकते तो कम से कम उनके मकतब के शागिर्द जरूर बनें यही हक़ीक़ी कामयाबी का रास्ता है।
-
हौज़ा ए इल्मिया;हज़ार साला विद्वतापूर्ण और सांस्कृतिक विरासतःआयतुल्लाह आराफ़ी
हौज़ा / क़ुम अल-मुक़द्देसा में स्थित मदरसा इल्मिया 'अमरुल्लाही' में हौज़ा ए इल्मिया ईरान के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा आराफ़ी ने छात्रो और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि हौज़ा हाए इल्मिया लगातार एक हज़ार साल की वैज्ञानिक और बौद्धिक इतिहास रखते हैं, जिन्होंने हर युग में समाज, राजनीति और सभ्यता में प्रभावशाली भूमिका निभाई है।
-
तूफान अल-अक्सा ने वैश्विक परिदृश्य बदल दियाः हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन पनाहीयान
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन पनाहीयान का कहना है कि 7 अक्टूबर का ऑपरेशन सिर्फ एक क्षेत्रीय घटना नहीं है बल्कि इसने वैश्विक स्तर पर साम्राज्यवादी व्यवस्था को चुनौती दी है। ग़ज़्ज़ा के प्रतिरोध ने दुनिया की चेतना को बदल दिया और मुस्लिम उम्मत सहित अन्य राष्ट्रों को भी इस संघर्ष में शामिल होने का आह्वान किया है।
-
नमाज़ की शिक्षा घर और स्कूल से शुरू होनी चाहिए
हौज़ा / जो परिवार स्वयं नमाज़ पढ़टे है, वही नमाज़ पढ़ने वाले बच्चों का पालन-पोषण करता है। यदि प्रशासक और शिक्षक स्वयं नमाज़ पढ़ने के इच्छुक हों, तो वे नमाज़ के सबसे बड़े प्रचारक होंगे। नमाज़ की शिक्षा मधुर, सरल और प्रोत्साहन व पुरस्कारों से युक्त होनी चाहिए।
-
अल-अक्सा तूफ़ान का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम ज़ायोनी अहंकार तोड़ना है
हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मांदेगारी ने कहा: अल-अक्सा तूफ़ान का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम ज़ायोनी अहंकार तोड़ना है, जिसे अल-अक्सा तूफ़ान के उत्पीड़ित शहीदों के खून और यमन, फ़िलिस्तीन, गाज़ा और लेबनान में प्रतिरोध मोर्चे के मुजाहिदीन प्रयासों की बरकत से तोड़ा गया।