सुप्रीम लीडर ने फरमाया
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व्लादिमीर पुतिन:
इस्लामी गणतंत्र ईरान के नेता को मेरा सलाम और संवेदना पहुंचा दे
हौज़ा / रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस देश की नेशनल असेंबली (ड्यूमा संसद) के अध्यक्ष को संबोधित किया और कहा: इस्लामी गणतंत्र ईरान के नेता को मेरा सलाम और संवेदना पहुंचा दे।
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सुप्रीम लीडरः
ईरान के राष्ट्रपति की दुर्घटना मे मौत, पाँच दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा
हौज़ा / इस्लामी क्रांति के नेता ने एक संदेश जारी कर ईरान देश के राष्ट्रपति और उनके साथ मौजूद लोगों की शहादत पर शोक व्यक्त किया है और राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
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हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली खामेनेई:
दुआ की एक विशेषता यह है कि वह बलाओं व मुसीबतों को दूर करती है।
हौज़ा / सुप्रीम लीडर ने फरमाया, दुआ हमको हमेशा करनी चाहिए विशेषकर उन अवसरों पर जब दुआ के कबूल होने की बात कही गई है मिसाल के तौर पर शुभ रातों को, आधी रात को, रमज़ान अलमुबारक में भोर के समय कि जब अल्लाह तआला दुआ करने पर बहुत बल दिया गया है।
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ईमान की मज़बूती मायूसी पर क़ाबू पाने का बेहतरीन उपाय हैं।
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,हज़रत रसूल स.ल.व.व. तकलीफ़ों का इलाज, रूहानी इलाज और व्यवहारिक यानी अमल से किया जाना वाला इलाज इन्सानियत के सामने पेश किया हैं।
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नौजवान नमाज़ से रूहानी ताज़गी हासिल करता हैं।
हौज़ा/सुप्रीम लीडर ने फरमाया लोग नौजवानी से ही नमाज़ पढ़ते हैं और पूरे ध्यान से नमाज़ पढ़ते हैं, ये चीज़ उनके अख़लाक़ और अच्छी आदतों का हिस्सा बन जाती है।
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दरस ए अख़्लाक़
हज़रत पैग़म्बर स.ल.व.की शरीयत और कुरआन की शिक्षाएं मानवता की पीड़ाओं का इलाज हैं।
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,हज़रत रसूल स.ल.व.व. तकलीफ़ों का इलाज, रूहानी इलाज और व्यवहारिक यानी अमल से किया जाना वाला इलाज इन्सानियत के सामने पेश किया हैं।
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मज़दूर पर ज़ुल्म से भले काम बर्बाद हो जाते हैं।
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,अगर किसी शख़्स ने मज़दूर की मज़दूरी कम दी तो अल्लाह उसके अमल को बर्बाद कर देता है और वह जन्नत की ख़ुशबू भी सूंघ नहीं पाएगा।
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दरस ए अख़्लाक़
अल्लाह तआला के क़ानून के ख़िलाफ़ की गई दुआओं का क़ुबूल न होना
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,कभी कभी इंसान जितनी भी दुआ करे क़ुबूल नहीं होती, इसकी वजह क्या है? रिवायत में आया है कि अगर दुआ की शर्तें मौजूद न हों तो दुआ क़ुबूल नहीं होती।
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आज फ़िलिस्तीनी नौजवान और फ़िलिस्तीनी तहरीक हमेशा से ज़्यादा ताज़ा दम और मुस्तैद हैं। सुप्रीम लीडर
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,ज़ायोनी हुकूमत से संबंध बहाल करने का जुआ, हारने वाले घोड़े पर शर्त लगाने की तरह है जो कभी कामयाब नहीं होगा, क्योंकि फ़िलिस्तीन का अभियान आज पहले से ज़्यादा पुरजोश और ताज़ा दम है जबकि क़ाबिज़ हुकूमत आख़िरी सांसें गिन रही हैं।
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नमाज़ से नौजवान में आत्मिक निखार आता हैं।
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया, नौजवान जब नमाज़ से करीब होता है आत्मा में ताज़गी आ जाती है, सुरूर की कैफ़ियत आ जाती है और यह स्थिति ज़्यादातर नौजवानों से मख़सूस है।
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ईरान, एक दौर में अमरीका की कठपुतली था
हौज़ा/सुप्रीम लीडर ने फरमाया,एक दिन वह था कि इस मुल्क में सबसे बड़े ओहदेदार से लेकर सबसे निचली सतह के कर्मचारी तक अमरीका की मुट्ठी में थे और वह अपने हित इस मुल्क से साधता था इस मुल्क में एक बादशाह था जो अमरीका के सामने ख़ुद को जवाबदेह समझता था और आज की ज़बान में पूरी तरह समर्पित नौकर था।
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हज़रत इमाम हुसैन की रहबरी में दुनिया में एक तहरीक फैलती जा रही हैं। सुप्रीम लीडर
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,यह नज़रिया बिल्कुल दुरुस्त है कि इमाम हुसैन की तहरीक ने इस्लाम को महफ़ूज़ कर लिया आज इमाम हुसैन की अज़ादारी का यह प्रोग्राम 100 साल पहले के मुक़ाबले में ज़्यादा जोश व जज़्बे के साथ, ज़्यादा बड़े पैमाने पर अंजाम पा रहा है।
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अवाम के तबक़े से बनने वाले शासक अवाम का दर्द समझते हैं।
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,ख़ुद अवाम के बीच से, ख़ुद यहाँ के लोगों के दरमियान से लोग चुने गए और उन्होंने सरकार बनायी। जब अवाम के भीतर से सरकार बनी हो, ख़ुद अवाम के बीच से जो पूंजीपति नहीं हैं, वे लोग सत्ता में आए हों जो ख़ुद भी उनकी तरह हों तो ये लोग अवाम का दर्द समझ सकते हैं।
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बड़ी ताक़तों के सामने झुकना हार व नाकामी की सबसे बड़ी निशानी
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया बड़ी ताकत है हमेशा चाहती है कि सबको दबा कर रखें,अगर कोई दुश्मन इतनी बड़ी भौतिक ताक़त के साथ एक क़ौम पर हमला करे और वह आठ साल तक उससे जंग लड़ती रहे लेकिन आठ साल की जंग के बाद भी सब कुछ पहले की तरह अपनी जगह क़ायम रहे तो क्या यह एक क़ौम की कामयाबी नहीं है?
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मज़लूम की हिमायत, हमेशा जगमगाने वाला मूल्य हैं। सुप्रीम लीडर
हौज़ा/न्याय और इंसाफ़ क़ायम करने के मैदान में अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम की हुकूमत,मज़लूम की हिमायत, ज़ालिम से मुक़ाबले और हर तरह के हालात में सत्य का साथ देने के लिए बेहतरीन आदर्श बताया हैं।
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ख़ुदा की रहमानियत का अर्थ
हौज़ा/सुप्रीम लीडर ने फरमाया,जब हम रहमानियत के ज़रिए अल्लाह की तारीफ़ करते हैं तो हक़ीक़त में हम यह कहते हैं कि अल्लाह की रहमत सृष्टि की हर चीज़ को अपनी छाया में लिए हुए है, तो रहमान का मतलब है कि वह ज़ात जिसकी रहमत समावेशी है।
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रहमान और रहीम के मानी में फ़र्क़
हौज़ा/सुप्रीम लीडर ने फरमाया,रहमान और रहीम दोनो लफ़्ज़, रहमत से बने हैं लेकिन दोनों के दो अलग अलग पहलू हैं,एक सब के लिए है और एक लफ्ज़ खास मोमिनीन के लिए हैं।