हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जामेअ मुदर्रेसीन हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के सदस्य आयतुल्लाह मुहम्मद जवाद फ़ाज़िल लंकरानी ने हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के प्रतिनिधि से बातचीत के दौरान ज़ायोनी शासन और अतिक्रमण की कड़े शब्दो मे निंदा करते हुए कहा, तमाम क़ौम सशस्त्र फौज की पुश्त पर है और सुप्रीम लीडर और मरजेईयत की अनुयायी होने के साथ दुश्मन की साज़िशो से अवगत और होशियार है।
मरकज़ ए फ़िक़्ही आइम्मा ए अत्हार (अ) के प्रमुख ने कहा, सबसे महत्वपूर्ण बिंदु ज़ायोनी शासन की मुकम्मल शिकस्त है जो आज ऐसे राष्ट्र का मुकाबला करने का साहस कर रहा है जो अलहम्दो लिल्लाह बसीयो मसाइल का सामना कर पहले से अधिक मजबूत और पाएदार है और जो मातृभूमि ईरान और इस्लामी क्रांति की रक्षा मे किसी भी प्रकार की कुरबानी देने से पीछे नही हटती है।
उन्होने कहा, हमारा दुशमन अपने ख्वाब व खयाल मे सोच रहा था कि वह शायद पहले हमले से हमारे राष्ट्र को बखेर देगा लेकिन अल्लाह का लाख शुक्र है कि आज भी दुशमन को मुह की खानी पड़ी और क़ुरआन करीम के अनुसार इस राष्ट्र ने बुनयान मरसूस होने का सबूत दिया ।
आयतुल्लाह मुहम्मद जवाद फ़ाजिल लंकरानी ने कहा, आज हमारा दुश्मन बोखलाया हुआ है और अपनी बक़ा के लिए हाथ पाव मार रहा है। कभी वह इस बोखलाहट मे सुप्रीम लीडर की शान मे दुसाहस करता और कभी अपने आक़ाओ को मदद के लिए बुलाता है।
उन्होने आगे कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का दुसाहस उसकी मूर्खता और अज्ञानता की निशानी है जिससे पता चलता है कि ना वह ईरान को जानता है और न ही इस्लाम और मरजेईयत से संबंधित ज्ञान रखता है। वह इतना मूर्ख है कि उसे यह भी नही मालूम कि सुप्रीम लीडर और मरजेईयत इस इस्लामी प्रणाली की बुनयाद है अर्थात मुकम्मल इस्लामी उम्मत शुमार होते है और अगर उनकी शान मे ज़र्रा बराबर भी अपमान किया गया तो उसने तमाम इस्लामी उम्मत का अपमान किया है।
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