हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " गुररुल हेकाम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العلی عليه السلام
اَلذِّكْرُ يونِسُ اللُّبَّ وَ يُنيرُ الْقَلْبَ وَ يَسْتَنْزِلُ الرَّحْمَةَ
हज़रत इमाम अली (अ.स.) ने फरमाया:
अल्लाह तआला की याद अकल को सुकून देती है, दिल को रोशन करती है, और खुदा की रहमत को नाज़ील करती है।
गुररुल हेकाम, हदीस नं.1858
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