हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "
मन ल यहज़रूल फकिह" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال الامیر المومنین علیہ السلام
ألا و إنَّ هذا اليَومَ يَومٌ جَعَلَهُ اللَّهُ لَكُم عِيداً و جَعَلَكُم لَهُ أهلاً ، فَاذكُرُوا اللَّهَ يَذكُركُم وَ ادْعُوهُ يَستَجِب لَكُم
हज़रत इमाम अली (अ.स.)ने फरमाया:
आज( ईदुल फितर के दिन) वह दिन है कि जिसे खुदा ने आपके लिए ईद करार दिया है, आपको इसके लायक बनाया है, बस खुदा को याद करो ताकि खुदा भी तुम्हें याद करें, और खुदा की हुज़ूर दुआ करो,कि वह तुम्हारी दुआओ को शरफे कबूलियत बख्शे.
मन ल यहज़रूल फकिह,भाग 1पेंज 517