۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
अहमद रज़ा ज़ुरारा

हौज़ा / मजलिसे उलेमा-ए-हिंद की शाखा कुम के अध्यक्ष  ने कहा कि हुब्बे दुनिया का एक बड़ा मिसदाक़, धन और शक्ति का प्रेम हो, उसका बंदी सभी प्रकार के जघन्य कृत्यों को करने के लिए तैयार है। कल ऐसे लोग अमरो आस, उबैयदुल्लाह इब्न ज़्याद और उमर इब्ने सआद के रूप मे दिखाई देते थे और आज वो सलमान रुश्दी और वसीम रिजवी आदि के रूप में दिखाई देते हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कुम मुकद्देसा / इस्लाम के दुश्मन वसीम रिजवी के माध्यम से पवित्र कुरान के 26 आयात को हटाने के बयान और अदालत में दायर याचिका की सख्त निंदा करते हुए मजलिसे उलेमा हिंद की शाखा क़ुम के अध्यक्ष हुज्जुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैय्यद अहमद रज़ा ज़ुरारा ने कहा कि, हुब्बे दुनिया का एक बड़ा मिसदाक़, धन और शक्ति का प्रेम हो, उसका बंदी सभी प्रकार के जघन्य कृत्यों को करने के लिए तैयार है। कल ऐसे लोग अमरो आस, उबैयदुल्लाह इब्न ज़्याद और उमर इब्ने सआद के रूप मे दिखाई देते थे और आज वो सलमान रुश्दी और वसीम रिजवी आदि के रूप में दिखाई देते हैं।

ज्ञात रहे कि वसीम रिज़वी एक लंबे समय से "इस्लाम की दुश्मन" सरकार की खुशी और शक्ति हासिल करने के लिए सच्चे धर्म "इस्लाम" के खिलाफ जघन्य और घिनौवने कृत्य में लगा हुआ हैं, लेकिन हाल ही में 'धर्मत्यागी और मलऊन' ने कुरआन-ए हकीम की असाधारण महानता और सत्यता पर जो कपटी हमला किया है वह अपनी अज्ञानता, अत्यधिक हीन भावना, खुले अपमान और मूर्खता और शाश्वत अपमान और विनाश के लिए पर्याप्त है।

मजलिसे उलेमा हिंद शाखा कुम इस मलऊन की क़ुरआन और इस्लाम के ख़िलाफ़ सभी मूर्खतापूर्ण अपमानजनक कार्रवाई और क्रूर कार्यों की कड़ी निंदा करताी है, विशेष रूप से इस पाखंडी और धर्मत्यागी से अपनी खुली घृणा व्यक्त करती है, और यह घोषणा भी करती है कि इस स्व -प्रभारी दरिंदे का इस्लाम या किसी भी इस्लामी संप्रदाय समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है।

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