हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, मेलबर्न में ईद का दूसरा दिन था, लेकिन मौलाना सैयद अबुल-कासिम रिजवी के नेतृत्व में मेलबर्न का पूरा शहर एक पूर्ण विरोधक बन गया। मौलाना ने खुद थोड़े ही समय मे पिता, सास और फिर पत्नि की जुदाई का ग़म लेकिन अपने दुख को भूल कर हमेशा राष्ट्रीय मुद्दे, चाहे वे क्षेत्रीय हों या वैश्विक, मौलाना द्वारा उन पर सबसे पहले आवाज उठाई जाती है।
लगातार नौ दिनों से फ़िलिस्तीन में जो जनसंहार का बाजार गर्म है फिलीस्तीनियों के घरों तबाह व बरबाद हो रहे हैं। मौलाना ने कड़ी निंदा की और कहा कि मानवता खतरे में है। विश्व शांति नष्ट हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी और अत्याचारी इजरायल है। दुनिया के सबसे उत्पीड़ित लोग फिलिस्तीनी हैं। मीडिया उत्पीड़ितों के पक्ष में आवाज नहीं उठा रहा है बल्कि सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि फिलीस्तीनी अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं और वे अपना बचाव कर रहे हैं। मेलबर्न में जुमे की नमाज के अनुसार हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।