हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र प्रदेश शिया उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद अब्बास बाकिरी ने शुक्रवार 29 अप्रैल को विजयवाड़ा में मस्जिद ए हुसैन में जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थानीय तेलुगु मीडिया को संबोधित किया। इमाम खुमैनी के फरमान के अनुसार रमजान के पवित्र महीने के अंतिम शुक्रवार को "विश्व कुद्स दिवस" के रूप में मनाना वर्तमान समय और परिस्थितियों को देखते हुए पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
साथ ही हमने यह भी स्पष्ट कर दिया कि हम न केवल फिलिस्तीनी उत्पीड़ितों और दलितों के समर्थन में अपवित्र इज़राइल के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, बल्कि इस प्रदर्शन में हम दुनिया के हर उत्पीड़क के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं क्योंकि हम इसका विरोध कर रहे हैं। अत्याचारीयो के खिलाफ विरोध करना हमारे मकतब ए अल्वी और आशूरा का मिशन है।
क्योंकि रमज़ान के उसी पवित्र महीने में हमारे पहले इमाम मौला ए कायनात हजरत अली (अ.स.) बिस्तरे शहादत से हमे यह संदेश दिया कि हमेशा जुल्म करने वाले के दुश्मन और शोषितों के मददगार बने रहो।
जमात-ए-मस्जिद हुसैन (अ.स.) के इमाम मौलाना सैयद अली अख्तर आबिदी ने भी विरोध को संबोधित किया और रोजेदारो ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और अपना विरोध दर्ज कराया।