हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " कन्ज़ुल उम्माल " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم
اَوَّلُ مَا افْتَرَضَ اللّهُ عَلى اُمَّتى الصَّلواتُ الْخَمْسُ، وَ اَوَّلُ مايُرْفَعُ مِنْ اَعْمالِهِمُ الصَّلواتُ الْخَمْسُ، وَ اَوَّلُ مايُسْأَلْونَ عَنْهُ الصَّلواتُ الْخَمْسُ
हज़रत रसूल, (स.अ.व.व)ने फरमाया:
सबसे पहली वह चीज़ जो अल्लाह तआला ने मेरी उम्मत पर वाजिब की वह पांच वक्त की नमाज़ हैं, और सबसे पहला अमल भी जो ऊपर जाएगा और उसके बारे में मेरी उम्मत से सवाल होगा वह भी नमाज़े पंजगाना है
कन्ज़ुल उम्माल,भाग 7 हदीस नं.18859