हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "
वसायेलूश शिया" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیہ السلام
اِنّى وَ اللّهِ ما امُرُكُمْ اِلاّ بِما نَأمُرُ بِهِ أَنْفُسَنا فَعَلَيْكُمْ بِالْجِّدِ وَ الاِْجْتِهادِ
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
खुदा की कसम मैं तुम्हें किसी चीज़ का हुक्म नहीं देता, मगर यह कि अपने आप को भी इसका हुक्म देता हूं। बस तुम पर लाज़िम है कि इस हुक्म को बजालाने की कोशिश करो.
वसायेलूश शिया,भाग 12,पेंज 12, हदीस नंबर 8