हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " माकरेमुल में अख्लाक" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلى الله عليه وآله وسلم
نِعمَ الوَلَدُ البَناتُ المُخَدَّراتُ، مَن كانَت عِندَهُ واحِدَةٌ جَعَلَهَا اللّه ُ سِترا لَهُ مِنَ النّارِ، وَ مَن كانَت عِندَهُ اثنَتانِ أَدخَلَهُ اللّه ُ بِهِمَا الجَنَّةَ ، وَ إِن كُنَّ ثَلاثا أو مِثلَهُنَّ مِنَ الأخَواتِ ، وَضَعَ عَنهُ الجِهادَ وَ الصَّدَقَةَ
हज़रत रसूल अल्लाह( स.ल.व.व.)ने फरमाया:
बा हिजाब बेटियां बेहतरीन औलाद हैं, जिनकी एक बेटी हो अल्लाह तआला ने उसको अपने वालदैन के लिए जहन्नम की आग से ढाल बनाता है। जिसकी दो बेटियां हो अल्लाह तआला उसकी वजह से उसके मालदेन को जन्नत में दाखिल करेगा और जिस की तीन बेटियां या उनकी तरह बहने हो तो उनसे जिहाद और इससे इस्तेहबाबी(मुस्तहबी) सदका उठा दिया जाता है।
माकरेमुल में अख्लाक,भाग 1पेंज 472,हदीस नं.1613
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