हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल फसाहा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلى الله عليه و آله وسلم
خِيارُ اُمَّتي مَن دَعا إلَى اللّه ِ تَعالى ، و حَبَّبَ عِبادَهُ إلَيهِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
मेरी सर्वश्रेष्ठ उम्मात वह हैं,जो लोंगों को अल्लाह तआला की ओर बुलाये और बन्दों के दिलों में अल्लाह तआला कि मुहब्बत पैदा करें!
नहजुल फसाहा हदीस,464,हदिस न.1471