हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "
बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الکاظم علیہ السلام
كانَ لُقمانُ عليه السلام يَقولُ لاِبنِهِ : ... يا بُنَيَّ ، خُذ مِنَ الدُّنيا بُلغَةً ، و لا تَدخُل فيها دُخولاً يَضُرُّ بِآخِرَتِكَ ، و لا تَرفُضها فَتَكونَ عِيالاً عَلَى النّاسِ
हज़रत इमाम मूसा क़ज़िम अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
हज़रत लुकमान (अ.स.) हमेशा अपने बेटों से कहते थे की ये मेरे बेटो..!आवश्यकता नुसार दुनिया से लें और दुनिया के पीछे इस तरह ना जाओ कि अपनी आखिरत को नुकसान पहुंचा दो और इसको बिल्कुल भी ना छोड़ दो कि दूसरों पर बोझ बन जाओ-
बिहरूल अनवार, भाग 13,पेंज 416, हदीस 10