हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الباقر علیہ السلام
إنَّ أشَدَّ النّاسِ حَسرَةً يَومَ القِيامَةِ عَبدٌ وَصَفَ عَدلاً ثُمَّ خالَفَهُ إلى غَيرِهِ
हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
कियामत के दिन सबसे ज़्यादा हसरत वह शख्स करेगा जो अदालत की बात तो करता है लेकिन खुद ही दूसरों के बारे में इसके खिलाफ अमल करता है।
बिहारूल अनवार,भाग 78,पेंज 179