हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " बिहरूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الہادی النقی علیہ السلام
مَن رَضِيَ عَن نَفسِهِ كَثُرَ السّاخِطونَ عَلَيهِ
हज़रत इमाम हादी अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो अपने आप से राज़ी हो उससे नाराज़ होने वाले बहुत ज़्यादा होते हैं।
बिहरूल अनवार,भाग 72,पेंज 316
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