हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, धार्मिक विद्वानों से मिलना और उनकी अयादत करना बहुता अज्र व सवाब का काम है। हैदराबाद, डेक्कन, तेलंगाना भारत के प्रसिद्ध शिया धर्मगुरु हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैयद इब्राहीम जज़ायरी इन दिनों सख़्त बीमार हैं और एक स्थानीय निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
हज़रत इमाम जफ़र सादिक (अ.स.) से रिवायत है कि जो कोई बीमार मुसलमान से मिलने जाता है, वह सुबह गया है, तो शाम तक, और अगर वह शाम को गया है, तो सुबह तक सत्तर हज़ार फ़रिश्ते उस पर दरूर भेजेंगे। यदि बीमार एक धार्मिक विद्वान हो, तो उसकी अयादत निस्संदेह बहुत अज्र व सवाब का काम है। इसी इस्लामी कर्तव्य को पूरा करने के लिए, हैदराबाद के इमामे जुमा और मजमा ए उलेमा खुत्बा हैदराबाद के अध्यक्ष हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना अली हैदर फरिश्ता एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे मौलाना सैयद इब्राहीम जज़ायरी से मुलाकात की और निरीक्षण किया।
मौलाना फ़रिश्ता् ने मौलाना जज़ायरी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की और उन्हें और उनके परिवार को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वह जल्द ही ठीक होकर घर लौट आएंगे।
मौलाना जज़ायरी ने भी मौलाना फ़रिशता की आमद पर अपनी हार्दिक राहत और खुशी व्यक्त की। हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने इमामे जुमा के लिए धन्यवाद के दो शब्द कहे।
ज्ञात रहे कि इस मौके पर हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना फरिश्ता के साथ हुज्जतुल-इस्लाम मौलाना मेहदी बहिश्ती, हुज्जतुल-इस्लाम मौलाना मिर्जा नकी अली, हुज्जतुल-इस्लाम मौलाना जवाद आबिदी मौलाना सैयद इब्राहीम जज़ायरी से मिले।