हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 30 ज़िलक़ादा इमाम रज़ा (अ.स.) के बेटे जवादुल आइम्मा हज़रत इमाम मुहम्मद तकी (अ.स.) की शहादत पर इमाम रज़ा (अ.स.) के रौज़े मे नक़्क़ार ख़ाना, सक़्का खाने से लेकर दर और दीवार और सभी मातमी झंडों से पूरी तरह ढका हुआ है।
चूंकि हराम के पवित्र गुंबद पर झंडा फहराया गया था और जमहूरी इस्लामी सहन और सहन ए आज़ादी पर बड़े काले बैनर लगाए गए थे, जिनके लगने के बाद इस दरबार में शोक का माहौल व्याप्त है।
30 ज़िलक़ादा की रात और इमाम जवाद मुहम्मद तकी (अ.स.) की शहादत के दिन, इमाम रज़ा (अ.स.) के पवित्र दरगाह में विभिन्न स्थानों पर तीर्थयात्रियों और मातम करने वालों के लिए शोक समारोह आयोजित किए गए हैं। जीवन के विभिन्न पहलुओं और सिरा और आठवें इमाम को आपकी उत्पीड़ित शहादत और कष्टों को बताकर श्रद्धांजलि देंगे।
इस अवसर पर, आगंतुकों को सभी स्वच्छ वस्तुओं को बहुतायत में प्रदान किया जाता है। साथ ही साफ-सफाई के हिसाब से कालीन बिछाए गए हैं ताकि शिफ्टान आसानी से अस्मत और तहरत (अ) के परिवार में रिजवी के पवित्र दरगाह के लिए आ सकें और उनके आठवें इमाम (एएस) को नमन कर सकें।
हजरत जवाद-उल-इमाम इमाम मुहम्मद तकी (अस) की शहादत के दिन स्वच्छता के सिद्धांतों के अनुसार हराम मोटाहर रिजवी में जाने का सौभाग्य प्राप्त तीर्थयात्रियों के बीच 10,000 पवित्र पैकेट भी वितरित किए जाएंगे।
समाचार कोड: 370324
11 जुलाई 2021 - 18:14
हौज़ा / हज़रत इमाम मुहम्मद तकी (अ.स.) की शहादत के अवसर पर इमाम रज़ा (अ.स.) की दरगाह के दरवाजे और दीवारें काले रंग से ढकी हुई हैं।