हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह खामेनेई ने 13वें राष्ट्रपति चुनाव में हुज्जतुल-इस्लाम सैयद इब्राहिम रईसी को दिए गए जनादेश की फिर से पुष्टि की है। इमाम खुमैनी के हुसैनिया में आयोजित समारोह में, इस्लामी क्रांति के नेता के समर्थन का पाठ उनके कार्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ हुज्जतुल-इस्लाम मोहम्मदी गुलपायगानी द्वारा पढ़ा गया था। पूरा पाठ इस प्रकार है:
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है
सारी प्रशंसाएं उस अल्लाह के लिए हैं जो कायनातों का पालनहार है। दुरूद व सलाम हो हज़रत मुहम्मद और उनके पाकीज़ा परिजनों पर ख़ास तौर पर ज़मीनों में अल्लाह की निशानी इमामे ज़माना पर।
सर्वज्ञानी और सर्वसमर्थ अल्लाह का शुक्र अदा करते हैं कि उसने अपने फ़ज़्ल और इनायत से ईरान को चुनावों के राजनैतिक और सामाजिक इम्तेहान में सरबुलंदी से नवाज़ा और महान ईरानी राष्ट्र ने पेचीदा और कठिन हालात में अपने सार्थक और गौरवपूर्ण योगदान से देश संचालन में जनादेश के प्रभुत्व को ज़ाहिर किया और इल्म व सादात के ख़ानदान से सम्मानजनक और जनता से प्रेम करने वाली हस्ती, सूझबूझ और सुकर्म से सुसज्जित और प्रबंधन का शानदार रिकार्ड रखने वाले व्यक्ति का चयन करके इंक़ेलाब के प्रकाशमान रास्ते को जो न्याय, विकास, आज़ादी और गरिमा का रास्ता है, तय करने के अपने पुख़्ता इरादे की झलक दिखाई।
आज हमारा प्यारा वतन ख़िदमत का प्यासा, तमाम क्षेत्रों में लंबी छलांग के लिए पूरी तरह तैयार और योग्य, संघर्षशील, बुद्धिमान और साहसी प्रबंधक के इंतेज़ार में है जो अवाम विशेषकर युवाओं की ज़ाहिर और पोशीदा क्षमताओं को जो समस्याओं से बहुत विशाल हैं संगठित करे और काम व प्रयास के मैदान में उतारे, उत्पादन के रास्ते की रुकावटों को दूर करे, राष्ट्रीय करेंसी को मज़बूत बनाने वाली नीतियों का पूरी गंभीरता से पालन करे और समाज के निचले और मध्य वर्ग को जिन पर आर्थिक कठिनाइयों का सबसे ज़्यादा बोझ पड़ता है मज़बूत बनाए। वह प्रबंधक जो विवेकपूर्ण सांस्कृतिक कार्यशैली से ईरानी राष्ट्र के भौतिक और आध्यात्मिक विकास का रास्ता तैयार करे और देश को उसकी सही मंज़िल की ओर ले जाने के लिए रफ़तार तेज़ करे।
मैं अज़ीज़ अवाम का शुक्रिया अदा करते हुए और उनके चयन का पालन करते हुए महान, मेहनती, अनुभवी और जनता से प्रेम करने वाले धर्मगुरु जनाब हुज्जतुल इस्लाम सैयद इब्राहीम रईसी को मिले जनादेश को अनुमोदित करता हूं और उनको इस्लामी गणतंत्र ईरान का राष्ट्रपति नियुक्त करता हूं। मैं अल्लाह से जनाब आली और उनके सहयोगियों की सफलता और सरबुलंदी की दुआ करता हूं और याद दिलाना चाहता हूं कि जनादेश और मेरा अनुमोदन उस समय तक है जब तक इस्लाम और इंक़ेलाब के सीधे रास्ते पर उनका सतत सफ़र जारी रहेगा। इंशाअल्लाह अल्लाह के फ़ज़्ल से यही होगा।
सलाम हो अल्लाह के नेक बंदों पर