हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " जामिय अल अहादीस अल शिया" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلى الله عليه وآله وسلم
اِنَّ لِقَتْلِ الْحُسَیْنِ علیه السّلام حَرارَةً فى قُلُوبِ الْمُؤمنینَ لا تَبْرُدُ اَبَداً.
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत के लिए मोमिनीन के दिलों में ऐसी हरारत मौजूद है कि जो कभी भी ठंडी (खामोश) नहीं होती-
जामियुल अहादीस अल शिया,भाग 12,पेंज 556