हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "कामिल अलज़ियारात" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الهادی النقی علیه السلام
أما إنَّكَ لَو زُرتَ قَبرَ عَبدِالعَظيم عِندَكمُ لَكُنتَ كَمَن زارَ الحُسَينَ عليه السلام
हज़रत इमाम हादी अ.स. ने फरमाया:
हज़रत इमाम हादी अ.स. ने शहरे ,,रय,, के रहने वाले एक आदमी से( जो इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़ियारत के लिए गया हुआ था) इमाम ने फरमाया: अगर तुम अपने शहर (रय) हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी अलैहिस्सलाम की कब्र की ज़ियारत करो तो ऐसा ही है कि गोया तुमने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़ियारत की हो,
कामिल अलज़ियारात,पेंज 324