हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العلی علیہ السلام
إنَّ الجِهادَ بابٌ مِن أبوابِ الجَنَّةِ فَتَحَهُ اللّه ُ لِخاصَّةِ أوليائِهِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जिहाद बहिशत के दरवाज़ों में से एक दरवाज़ा है कि जिसे अल्लाह तआला ने अपने खास औलिया के लिए खोला है।
नहजुल बलाग़ा,खुत्बा नं. 27