हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العلی علیہ السلام
سَيِّئَةٌ تَسوؤُكَ خَيرٌ عِندَ اللَّهِ مِن حَسَنَةٍ تُعجِبُكَ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
वह गुनाह जो तुम्हें दुखी (पछतावे) कर दे, अल्लाह के नज़दीक उस नेक काम से अच्छा है जो तुम्हें मगरूर बना दे,
नहजुल बलाग़ा,हिकम्त नं. 46