हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार ,मजलिसे वहदते मुस्लिमीन पाकिस्तान के मरकाजी सेक्रेटरी यूथ अल्लामा एजाज़ हुसैन बहिश्ती ने सउदी अरब की राजधानी रियाद में आधिकारिक संगीत समारोह आयोजित किए जाने को उम्माते मुस्लिम की गरिमा पर आक्रमण बताया है।
उन्होंने कहा कि,एक पवित्र भूमि की पवित्रता को पमाल करने की जानबूझ कर प्रयास पर आले सऊद के खिलाफ उम्मते मुस्लमा को भरपूर आवाज़ उठानी चाहिए
अय्याश सऊदी शासक अपने को हारमैन शरीफैन का सेवक कहकर मुसलमानों की आंख में धूल नहीं झोंक सकता,
उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म के इस मज़ाक पर इस्लामी दुनिया की चुप्पी को आपराधिक मौन और यहूदी की सर्वोच्चता की मान्यता माना जाएगा।
सऊदी झंडे पर कलमाये तैय्यबा लिखे हुए और उसके नीचे नाच गाने का प्रोग्राम यह इस्लाम की तौहीन है।दुनिया की औपनिवेशिक शक्तियां इन मुस्लिम शासकों के माध्यम से इस्लाम के मजाक में लगी हुई हैं जो खुद को उम्माते मुस्लिम की विश्व चैंपियन मानते हैं।
उन्होंने कहा कि अंबिया और सलेहिन की ज़मीन पर शैतान का हमला हो रहा है, और उम्मते मुसलिमा खामोशी से यह तमाशा देख रही है।
अंत में कहा गया कि पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक आक्रमण के अस्त्र से प्रोत्साहित किया जा रहा है। ताकि हराम और हलाल के अंदर फर्क खत्म हो जाए
यह मुसलमानों के पतन की शुरूआत है। अगर इस्लाम और इस्लाम के कानून को जीवित रखना है तो सब को एक साथ मिलकर आना होगा और ज़ुल्म के खिलाफ आवाज उठाना होगा,