शनिवार 30 अप्रैल 2022 - 05:59
माहे रमज़ानुल मुबारक की अहमियत

हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में माहे रमज़ानुल मुबारक की अहमियत की ओर इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है

:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم

لَو يَعلَمُ العَبدُ ما في رَمَضانَ لَوَدَّ أن يكونَ رَمَضانُ السَّنَةَ


हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:

अगर बंदे को माहे रमज़ानु मुबारक की अहमियत का ज्ञान होता तो वह आरज़ू करता की है ए काश पूरा साल ही रमज़ान होता,
बिहारूल अनवार,96/346/12

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