۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
मजमाय

हौज़ा/ इस्लाम इतना अच्छा धर्म है कि जिसमें सभी प्राणी जीव जंतु का खास ध्यान रखा गया हैं।इस्लाम अल्लाह तआला का पसंदीदा धर्म हैं,और पसंदीदा सार्वभौमिक धर्म है यह सीमित नहीं है इस्लाम न्याय और परोपकार की आज्ञा देता है इस्लाम के त्योहारों में भी यही देखने को मिलता हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , मुबारकपुर/जिला आजमगढ़, इस्लाम इतना खूबसूरत दीन है कि इसका हर हुक्म मनुष्य के फितरत के मुताबिक हैं, इस्लाम इतना अच्छा धर्म है कि जिसमें सभी प्राणी जीव जंतु का खास ध्यान रखा गया हैं।इस्लाम अल्लाह तआला का पसंदीदा धर्म हैं,और पसंदीदा सार्वभौमिक धर्म है यह सीमित नहीं है इस्लाम न्याय और परोपकार की आज्ञा देता है इस्लाम के त्योहारों में भी यही देखने को मिलता हैं।
इस्लाम मानव समाज में न्याय और दया की आज्ञा देता है। यहां तक कि इस्लाम के त्योहारों में भी वही भावना देखने को मिलती हैं।
इस विचार में मौलाना इब्ने हसन अमलवी वाईज़, मौलाना मज़ाहिर हुसैन, मौलाना इरफान अब्बास, मौलाना नाज़िम अली वाईज़, मौलाना शमशीर अली मुख्तारी, मौलाना सैय्यद सफदर हुसैन, मौलाना सैय्यद मुहम्मद मेंहदी, मौलाना सैय्यद हुसैन जफर वहाब द्वारा अपनी राय देते हुए ईद के अवसर पर सभी देशवासियों और सभी भाइयों को मुबारकबादी पेश की हैं।

उन्होंने आगे कहा कि इस साल माहे रमज़ानुल मुबारक में पिछले दो वर्षों की तुलना में, शांति और संतोष के साथ रमज़ान और नमाज़ और कुरआन का दरस हुआ और यहां तक कि ईदुल फितर आ गई आज हम इस्लाम और आस्था के सभी लोगों की सेवा में ईदुल-फितर की हार्दिक बधाई देते हैं। अपने और अपने परिवार के साथ और घर पर ईद मनाने से संतुष्ट न हों, बल्कि अपने आसपास के लोगों का भी ख्याल रखें।
और अल्लाह ताला की बारगाह में दुआ करते हैं कि भारत सहित पूरे विश्व में शांति और व्यवस्था की स्थापना के लिए प्रार्थना करें। न्याय का शासन स्थापित हो। सब मिलजुल कर इस खुशी के मौके पर खुशियां मनाएं और एक दूसरे का भी ख्याल रखें

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