हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार सिरसी / इस्लाम बुद्धि और चेतना का धर्म है। इस्लाम में कोई ज़बरदस्ती या उत्पीड़न नहीं है, अपने प्रियजनों और पड़ोसियों के अधिकारों को नियमों के पालन पर प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन ये शिक्षाएं केवल उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें इस्लाम धर्म पैगंबर के वारिसो अर्थात अहलेबैत (अ.स.) में मिला है। ये विचार खतीब अहलेबैत हाजी सैयद कमर अब्बास नकवी कंबर सिरसिवी ने इमामबारगाह हजरत अबुल फज़लिल्अब्बास में दिवंगत मौलाना सैयद नजीर हुसैन नकवी के परिवार द्वारा आयोजित उशरा अरबाईन की विदाई मजलिस को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
मौलाना कंबर सिरसिवी ने अपने संबोधन को जारी रखते हुए आगे कहा कि पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) का संदेश है कि हुसैन मार्गदर्शन का प्रतीक हैं, इसलिए हम सभी को मजलिस से इमाम हुसैन के संदेश को जीवित रखना है। हुसैन के मातम मनाने वालों को इस्लाम की सच्ची तस्वीर समाज के सभी तबकों तक पहुंचानी है. बैठक के अंत में कर्बला के बंदियों का उत्पीड़न, इमाम हुसैन की शहादत, शहज़ादी सकीना से एक सहानुभूतिपूर्ण दृश्य प्रस्तुत किया, जबकि बैठक के प्रतिभागियों ने रोते हुए खूब अज्रे रिसालत अदा दिया।
इस अवसर पर मौलाना सैयद मंजर अब्बास नकवी सिरसिवी, महासचिव मौलाना तनवीर हुसैन फाउंडेशन, मौलाना मुहम्मद फ़राज़ जैदी, मौलाना सैयद समर अब्बास, मौलाना सैयद मुनव्वर रज़ा, मौलाना सैयद सफ़ी असगर नजमी, मौलाना काज़ी सैयद सुभान असगर मौजूद थे। मौलाना सैयद शमीम हैदर कुमी ने सभा को संबोधित किया, जबकि सैयद ज़ैगम हुसैन, नसीम अल हसन नकवी, हाजी ग़दीर अल हसन, सैयद गुलशन रज़ा, वकार मेहदी जैदी, सैयद ख़वार रज़ा, चौधरी बीबर अली नकवी, सैयद कबीर ने सभा को संबोधित किया। अजमल, सैयद खुर्शीद अनवर इरम सरसावी, सोज खवानी और अंजुमन बिहार आजा, अंजुमन फैज पंजितन और अंजुमन शमीम ईमान ने शोक जताया।
मौलाना मुहम्मद हसन सरसोई, मौलाना मैसम हुसैन जैदी, अख्तर सरसोई, सैयद कमर अब्बास मावलवी, हाजी गोहर अब्बास नकवी, उर्फ सरसोई, डॉ. गजानफर अब्बास नकवी, सैयद माने, सैयद फिरोज अब्बास नकवी, जैन सरसोई, एडवोकेट सैयद कमर अब्बास नकवी। सैयद काज़िम हुसैन, एडवोकेट, ग़ज़नफ़र अली जैदी, डॉ. अनवर हुसैन जैदी, डॉ. मुहम्मद अब्बास नकवी, इंजीनियर अतहर अब्बास नकवी। इंजीनियर सैयद रेहान अब्बास नकवी करबलाई, सैयद करर रज़ा करबलाई सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया।