हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الجواد علیه السلام
اَلْمُؤمِنُ يَحْتاجُ اِلى تَوْفيقٍ مِنَ اللّه ِ وَواعِظٍ مِنْ نَفْسِهِ وَقَبُولٍ مِمَّنْ يَنْصَحُهُ
हज़रत इमाम जवाद अ.स. ने फरमाया:
मोमिन को तीन चीज़ों की ज़रूरत हैं।
1)तौफीके इलाही, जो कि इस कामों को अच्छी तरह आगे लेकर जाती हैं।
2) अंदरूनी नसीहत,जो इसे हर वक्त नसीहत करता है
3)नसीहत करने वाले आदमी की नसीहत को कुबूल करना
तोहफ ए ओकूल,पेंज 729
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