हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "
तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الجواد علیہ السلام
مَن رَضِيَ بِدونِ الشَّرَفِ مِنَ المَجلِسِ لَم يَزَلِ اللّه ُ و مَلائِكَتُهُ يُصَلُّونَ عَلَيهِ حَتّى يَقومَ
हज़रत इमाम जवाद अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो आदमी मजलिस (महफिल)कि पाईन्ती (आखिर) में बैठने पर खुशहाल हो तो जब तक वह अपनी जगह से उठ ना जाएगा अल्लाह तआला और उसके फरिश्ते इस पर मुसलसल दुरुद भेजते रहते हैं।
तोहफ ए ओकूल,पेंज 486