हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "उसूले काफी" पुस्तक से लिया गया हैं।इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الرضا علیه السلام
مَـنْ فَـرَّجَ عـَنْ مُـؤمِنٍ فَرَّجَ اللّه ُ عَنْ قَلْبِهِ يَوْمَ الْقِيامَةِ
हज़रत इमाम अली रज़ा अ.स. ने फरमाया:
जो आदमी किसी मोमिन के ग़म और परेशानी को दूर करेंगा तो अल्लाह तआला भी कयामत के दिन उसके दिल से ग़म को दूर कर देगा
उसूले काफी भाग 2,पेंज 200